Wednesday, February 19, 2014

तेरी माँ की ....

जी हाँ जी ...
तेरी माँ की ऐसी की तैसी ...
तेरी माँ की आँख ...
तेरी माँ गली की कुतिया ...
तेरा बाप न जाने कौन....
तेरी बहन तेरी वो ...
तू कमीना ...
तेरा बाप कमीना ...
तेरा खानदान हरामी...
बोल अब क्या कर लेगा तू?

गांड मरवाने कहाँ जायेगा बे?
या अत्री खत्री को चोदेगा?
तू है ही हरामी का पिल्ला ..
खुद को बादशाह न कह ...
तू सड़कछाप गुंडा है ...
तेरी क्या औकात?
कुछ नहीं तू ...
तेरी माँ की आँख|...
तेरे जैसे हज़ार लौंडे ...
मेरे बूट चाटते हैं रोज़ ..
तू किस खेत की मूली ...
तेरी लूली भी छोटी और लाल ...
लंगूर की प्रजाति का है तू ...
बेहेंचोद माँ का लौदा है तू |

तेरी माँ की ऐसी की तैसी |

No comments:

Post a Comment