वो एक है पर सब पर भारी...
कोई टिक न पाए ...
ऐसा रुतबा है मेरे यार का...
जब वो बातें करता है ...
फूल झाड़ते हैं लबों से उसके ...
जब वोह गरजता है ...
तो पत्ते भी सिकुड़ जाते हैं ...
मेरा यार ...
बादशाह है मेरी जन्नत का ...
मेरा यार बादशाह है मेरी दुनिया का.
उस एक शक्श के सिवा कोई और दीखता ही नहीं ...
ये मुझे क्या हो गया है ...
किस पथ्थार्दिल से मोहब्बत कर ली ...
किस नामुराद को दिल दे बैठी?
ये सवाल जेहें को ततो;ते हैं ...
और बेशरम दिल ...
एक ही जवाब देता है ...
रायजादा जो हमारे दिल का है ...
बादशाह हर महफ़िल का है.
मेरा प्यार उसके लिए कोई मायने नहीं रखता ...
वोह एक आजाद फितरत का राजकुमार है
रोज़ नयी धड्कनें उसकी हैं
हम तो ढलता सूरज हैं
पर फिर भीदिल न जाने क्यूँ कहता है
की बादशाह की हुकूमत सिर्फ हम तक सिमित है
कोई और उस दिल में समा ही नहीं सकता
किसकी हिमाकत होगीजो वो हमें जुदा कर दे
खुदा ने जो हम पर ये नेमत बक्षी है
उसे कोई नहीं छीन सकता हमसे
बादशाह की शाही हुकूमत सिर्फ हम तक
काश ये जुदाई का आलम बिखर जाये
हम फिर पागल प्रेमियों की तरह मिलें
हम फिर से जी लें
जी लें अपनी ज़िन्दगी.
कोई टिक न पाए ...
ऐसा रुतबा है मेरे यार का...
जब वो बातें करता है ...
फूल झाड़ते हैं लबों से उसके ...
जब वोह गरजता है ...
तो पत्ते भी सिकुड़ जाते हैं ...
मेरा यार ...
बादशाह है मेरी जन्नत का ...
मेरा यार बादशाह है मेरी दुनिया का.
उस एक शक्श के सिवा कोई और दीखता ही नहीं ...
ये मुझे क्या हो गया है ...
किस पथ्थार्दिल से मोहब्बत कर ली ...
किस नामुराद को दिल दे बैठी?
ये सवाल जेहें को ततो;ते हैं ...
और बेशरम दिल ...
एक ही जवाब देता है ...
रायजादा जो हमारे दिल का है ...
बादशाह हर महफ़िल का है.
मेरा प्यार उसके लिए कोई मायने नहीं रखता ...
वोह एक आजाद फितरत का राजकुमार है
रोज़ नयी धड्कनें उसकी हैं
हम तो ढलता सूरज हैं
पर फिर भीदिल न जाने क्यूँ कहता है
की बादशाह की हुकूमत सिर्फ हम तक सिमित है
कोई और उस दिल में समा ही नहीं सकता
किसकी हिमाकत होगीजो वो हमें जुदा कर दे
खुदा ने जो हम पर ये नेमत बक्षी है
उसे कोई नहीं छीन सकता हमसे
बादशाह की शाही हुकूमत सिर्फ हम तक
काश ये जुदाई का आलम बिखर जाये
हम फिर पागल प्रेमियों की तरह मिलें
हम फिर से जी लें
जी लें अपनी ज़िन्दगी.
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